Tuesday, 9 December 2025

Pavitra Bijak : Pragya Bodh : Beli : 1 : 7

पवित्र बीजक : प्रग्या बोध :  बेलि : 1 : 7

बेलि  : 1 : 7

जइहो  बिराने  देश , हो  रमैया  राम  ! 

शब्द  अर्थ  : 

जइहो  = जाते  हो  ! बिराने  देश  = दुसारे , उजड   देश  ! हो रमैया राम = हे  राममय साधु  संतो ! 

प्रग्या  बोध  : 

परमात्मा  कबीर  बेलि  के  इस  पद  में  कहते  है भाईयों  सुजलाम  सूफलाम  देश  धर्म  छोड  कर  अन्य  बिराने  उजद   देश  में  जाना  मूर्खता  है  वैसे  ही  भाईचार  समता  ममता  शिल  सदाचार  अहिंसा  शांती लोक  कल्याण  का  धर्म  मुलभारतिय  हिन्दुधर्म  छोड  कर  दुसरे  धर्म  जो  जातिवाद  वर्णवाद  ऊचनीच  भेदभाव  अस्पृष्यता  छुवाछुत  शोषण  , गुलामी  लाचारी  गरीबी  का  समर्थक  है  एसे  विदेशी  यूरेशियन  वैदिक ब्राह्मणधर्म के नर्क  में  क्यू  जाना  चाहते  हो  ? 

धर्मात्मा  कबीर  ने  आपनी  पवित्र  वाणी बीजक मे  साफ  साफ  बताया  है  की  मुलभारतिय  हिन्दूधर्म  और  विदेशी  यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म अलग  अलग  है  ! विदेशी  यूरेशियान  वैदिक ब्राह्मणधर्म  यह  अधर्म  है  संस्कृती  नही  विकृती  है  ! 

धर्मविक्रमादित्य कबीरसत्व परमहंस 
दौलतराम 
जगतगुरू नरसिंह मुलभारती  
मुलभारतिय  हिन्दुधर्म विश्वपीठ प्रतिष्ठान 
कल्याण, अखण्ड  हिन्दुस्तान , शिवशृष्टी

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