Tuesday, 6 August 2024

Pavitra Bijak : Pragya Bodh : Ramaini : 46

#पवित्र_बीजक : #प्रज्ञा_बोध : #रमैनी : ४६

#रमैनी : ४६

बिनसे नाग गरुड़ गलि जाई * बिनसे कपटी औ शत भाई 
बिनसे पाप पुण्य जिन्ह कीन्हा * बिनसे गुण निर्गुण जिन्ह चीन्हा 
बिनसे अग्नि पवन औ पानी * बिनसे श्रृष्टि कहां लौं गनी 
विष्णु लोक बिनसे छिन माहीं * हौन देखा परलय की छाँहीं 

#साखी : 

मच्छ रूप माया भाई, जबरहीन खेले अहेर /
हरिहर ब्रह्मा न ऊबरे, सुर नर मुनि केहि केर // ४६ //

#शब्द_अर्थ : 

बिनसे = विनाश ! नाग = नागवंशी , मूलभारतीय, आदिवासी ! गरुड़ = परदेश विदेश बाहर से आये लोग ! गलि जाई = मिट गए ! गुण = सगुण ईश्वर मानने वाले , निर्गुण = निराकार ईश्वर मानने वाले ! विष्णु लोक = ईरान , यूरेशिया के वैदिक ब्राह्मण लोग ! माहीं = पृथ्वी , भारत देश , हिंदुस्थान ! मच्छ = मछली , कमजोर ! अहेर = शिकारी , ताकतवार ! हरिहर = विष्णु शिव ! ब्रह्मा = विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म का प्रमुख देवता !

#प्रज्ञा_बोध : 

धर्मात्मा कबीर कहते हैं भाई सुनो जो कभी इस देश हिंदुस्थान भारत गोंडवाना के आदिवासी राजा मालिक थे वे नाग वंशी राजे सम्राट महाराज जैसे वासुकी तक्षक आदि सब मिट गए , विदेशी वैदिक यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म के लोग जिन्होंने पहले ईरान में फिर हिंदुस्थान में घुसे जिन्हे बाहर से आने के कारण उड़कर आने वाले गरुड़ की तरह के वैदिक ब्राह्मण उन्होंने यहाके लोगो से जमीन जायजाद छिन ली एल पर ये भी कहा अमर है ? उनसे फिर नागवंशी लोगों अपनी भूमि देश भारत फिर प्राप्त किया ! 

 कबीर साहेब कहते हमने देखा अहंकार माया मोह के कारण जहां नाग हारे वही वैदेशी वैदिक ब्राह्मणधर्म के लोग और उनके राजे विष्णु इंद्र ब्रह्मा भी मिट गए , ईश्वर को मानने वाले , अग्नी को मानने वाले निर्गुण सगुण को मानने वाले , नही मानने वाले , पापी ओर पुण्य करने वाले भी कोई सदा के लिए नही रहते ! ईस संसार का नियम है जो जन्म लिया वो मरा , जो बना वो कभी ना कभी मिट जाएगा ! मोह माया इच्छा अहंकार की कमजोर मछली भी ताकतवार शिकारी को खा जाती है ! माया बड़ी ठगनी है , सब को ठग लेती है और सुख से दुख की और धकेल देती है !

कबीर साहेब कहते है भाई मोह माया अहंकार छोड़ो , विदेशी यूरेशियन वैदिक ब्राह्मणधर्म छोड़ो क्यू की वो अज्ञान , अंधश्रद्धा , विकार और विकृति से भरा है उसमें तुम्हे अंश मात्र भी सुख शांति नही मिलेगी अपना मूलभारतीय हिन्दूधर्म ही सुख शांति का मार्ग है ! 

#दौलतराम

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